Digital Payment, भुगतान करने का एक electronic तरीका है। इसमें internet की सुविधा के उपयोग से प्रचलित अनेक साधनों के माध्यम से रकम का भुगतान किया जा सकता है अथवा पाया जा सकता है। Digital Payment में प्राप्तकर्ता (Receiver) और भुगतानकर्ता (Payer) दोनों के पास digital साधन होने चाहिए। इसे Electronic Payment भी कहा सकता है। यह नकदरहित लेन-देन का एक सशक्त माध्यम है।
चुकी Digital Payment में internet का प्रयोग किया जाता है, अतः इसमें सभी भुगतान online किये जाते हैं। यह भुगतान (Payment) करने का त्वरित और सरल-सुगम तरीका है। Digital Payment की सुविधा प्रयोग करने पर ATM और Banks की लम्बी कतारों में लगने की आवश्यकता नहीं रहती है। Digital Payment करने पर आपको नकदी के लिए रूपया निकलना जरुरी नहीं होता।
Digital Payment के विभिन्न तरीके
डिजिटल पेमेंट करने के क अनेक तरीके प्रचलित हैं। इनमे से मुख्य निम्नलिखित है
आधार सक्षम भुगतान सेवा (Aadhar Enabled Payment Service AEPS)
आधार कार्ड पर आधारित Digital Payment को आधार सक्षम भुगतान सेवा के नाम से भी जाना जाता है। किसी व्यापारी को भुगतान करने के लिए ग्राहक को अपनी आधार कार्ड संख्या का उपयोग करना होता है। इसके द्वारा एक बैंक से दूसरे बैंक को भुगतान किया जा सकता है। भुगतानकर्ता जब इसके माध्यम से भुगतान करता है तो चुकाई गयी राशि उसके खाते से सीधे ही प्राप्तकर्ता के खाते में जमा कर दी जाती है।
आधार सक्षम भुगतान सेवा का लाभ उठाने के लिए बैंक खाते को आधार संख्या से जोड़ना पड़ता है। इसमें ‘अंगुली की छाप’ (Fingerprint) पासवर्ड का काम करती है। यह भुगतान का सबसे सुरक्षित तरीका है, क्योंकि इसमें दूसरे व्यक्ति की अंगुली की छाप कभी भी एक समान नहीं होती है। अतः इसमें जालसाजी की आशंका नहीं रहती है।
ई-बटुआ (e-wallet)
ई-बटुआ भुगतान करने का एक सरल और तेजी से काम करने वाला तरीका है। ई-बटुआ (e-wallet) या डिजिटल बटुआ (Digital Wallet) एक इलेक्ट्रॉनिक युक्ति (Electronic Device) है, जो एक व्यक्ति को इलेक्ट्रॉनिक लेन-देन करने की सुविधा देती है।
यह वस्तुओं को खरीदने के लिए एक प्रीपेड खता (Pre-paid Account) है, जो शारीरिक बटुआ (Physical Wallet) का काम करता है। State Bank Buddy Mobikwik, Paytm, Free Charge, ICICI Pockets, आदि ऐसे ही एक प्रकार के ई-बटुआ ही है। व्यक्ति ई-बटुआ में अपना धन सुरक्षित रखकर आवश्यकतानुसार उसका उपयोग कर सकता है।
इसके लिए smartphone, net connection और bank account के साथ ही Wallet App की जरुरत होती है। कंप्यूटर या स्मार्टफोन के द्वारा online खरीदी के अलावा रोजमर्रा की जरूरतों के लिए ई-बटुआ आज सबसे अधिक प्रचलित साधन है। इसका उपयोग सावधानीपूर्वक करना चाहिए, क्योंकि इससे भुगतान करने पर App PIN या Password नहीं मांगता है।
एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस (Unified Payment Interface UPI)
एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस या यूपीआई तुरंत भुगतान के लिए नेशनल पेमेंट कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया (NPCI) की ओर से launch की गई सेवा है। बैंकों का अपना यूनिफाइड पेमेंट इंटरफ़ेस होता है, जहां ग्राहक अपनी सुविधा से पैसे भेज या मंगवा सकते हैं।
यहाँ payment करना ‘Free Of Cost’ है, लेकिन अगर आप यूपीआई के जरिये किसी अन्य बैंक में नेफ्ट, आईएमपीएस से पैसे transfer करते हैं तो आपसे शुल्क वसूला जा सकता है। UPI Apps से mobile banking के लिए पंजीयन करवाना होता है।
वर्तमान में यह सुविधा केवल Android Phone उपयोग वाला ही प्राप्त कर सकता है। यूपीआई के लिए कई अच्छे Apps हैं जैसे Phonepay, Paytm, BHIM आदि। व्यक्ति किसी भी एप्प को डाउनलोड करके इसका उपयोग कर सकता है।
कार्ड्स क्रेडिट, डेबिट या प्रीपेड (Cards Credit, Debit & Prepaid)
बैंक अपने खाताधारियों को विभिन्न प्रकार के cards उपलब्ध कराती है। ये कार्ड Digital Payment के लिए महत्वपूर्ण साधन माने जाते हैं। धन के हस्तांतरण और डिजिटल के लिए अनेक लोग इनका उपयोग करते हैं। क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और प्रीपेड कार्ड इनमे से मुख्य हैं।
Digital Payment के लिए Prepaid Card को ठीक उसी प्रकार recharge करवाया जाता है, जिस प्रकार ‘प्रीपेड सिम’ को रिचार्ज करवाते हैं।
संयुक्त पूरक सेवा डेटा (Unstuctured Supplementary Data USSD)
संयुक्त पूरक सेवा डेटा, Digital Payment के लिए एक mobile phone साधन है। इसे *99 # कोड लगाकर बैंकिंग सेवाओं के लिए प्रयोग किया जाता है। इसके माध्यम से बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठाने के लिए smartphone अथवा internet connection की आवश्यता नहीं रहती है।
किसी भी साधारण मोबाइल फ़ोन से इस सुविधा (Facility) का लाभ उठाया जा सकता है। यह उतना ही आसान होता है, मोबाइल फ़ोन से balance जानना होता है। इस सुविधा का प्रयोग वित्तीय और गैर-वित्तीय कार्यों के संचालन हेतु किया जा सकता है। *99# कोड टेलीकॉम ऑपरेटर सर्वर और बैंक के सर्वर के बीच एक bridge (सेतु) का काम करता है।
इस साधन का उपयोग करने के लिए व्यक्ति को अपना mobile number बैंक में Registered करवाना होता है। जब *99# कोड के साथ व्यक्ति अपना रजिस्टर्ड नंबर डायल करता है तो वह वांछित व्यवहार सम्बंधित बैंक के माध्यम से संपन्न कर सकता है।
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