जानिए Money Management क्या है और कैसे करें – पूरी जानकारी


Money Management क्या है और कैसे करें ? समय के अनुसार परिस्थितियाँ काफी बदल चुकीं हैं। अब वह समय नहीं रह गई की – किसी भी काम का कोई management ही न हो, क्योंकि पहले और अब में धरती, आसमान का अंतर है। अब बेरोज़गारी और महँगाई का आलम दिनों दिन बढ़ता ही जा रहा है, परिस्थितियां ऐसी पैदा हो रही भुखमरी तक की स्थितियाँ पैदा हो रही हैं। क्योंकि लोगों की आर्थिक स्थितियाँ (economic condition) बहुत ख़राब अर्थात दयनीय है।

अगर ऐसे में भी हम अपने ख़र्चों को control नहीं कर पाये तो यह आने वाले समय में यह आपके लिए गंभीर चिंता का विषय हो सकता है। क्योंकि आये दिन लोगों की जरूरतें तो बढ़ रही है, लेकिन कमाई में कोई इजाफ़ा नहीं हो रहा, बल्कि बेरोज़गारी बढ़ती ही जा रही है। कम होने का नाम तक नहीं ले रही है, ऐसे में भला कोई कैसे बिना बजट (budget) तैयार किये बिना कितने दिनों तक फ़िजूल ख़र्च करता रहेगा।

ऐसे में हमें money management करना बहुत ही ज़रूरी हो जाता है और समय के साथ हमें भी money management करना शुरू कर देना चाहिए। यदि आप भी एक salary employee है तो भी आपको महीने का ख़र्च वहन करने में दिक्कत होती है और आपको लगता है कि – income कम है तो आप ग़लत हैं इसका मुख्य reason आपके पास money management की कमी है। तो चलिए जानने का प्रयास करते हैं कि – Money Management क्या है और कैसे करें ? पूरी जानकारी हिंदी में।

Money Management क्या है (What Is Money Management In Hindi)

Money Management, अपने पैसे को smartly ऐसी जगहों पर निवेश करना, जिससे हमारे पैसों में लगातार वृद्धि होती रहे और हम फ़िजूलखर्ची से बच पायें अर्थात ख़र्च कम करें और बचत (निवेश) ज्यादा। यानि अपने पैसों को ऐसी जगह निवेश करना, जिससे भविष्य में किसी भी अच्छी या बुरी आर्थिक परिस्थिति से निपटा (बचा) जा सके। ऐसे में यदि आप अपनी किसी नौकरी से बंचित भी हो जाते हैं या आपकी आमदनी कम भी हो जाती है तब आप उन कठिन परिस्थितियों से निपटने के लिए अपने finance का सहारा ले सकते हैं। तब आपके द्वारा किया गया money management आपके लिए बहुत काम आयेगा। इसे ही हम money management कहते हैं।

यानि अपने पैसे को ऐसी जगहों पर निवेश करना, जिससे भविष्य में आने वाली कठिन परिस्थितियों से निपटा जा सके और हमारे फ़िजूल ख़र्च में रोक लग सके। अर्थात Money Management का मतलब है कि – अपने पैसों को प्रबंधित करना। जिससे जो पैसा आप कमाते हैं, उसके कितना Percent अपनी जरूरतों पर, कितना Percent Savings पर खर्च करते हैं।

Money Management कैसे करें ?

आईये अब बात करते हैं कि money management कैसे की जाती है। जो कुछ इस प्रकार हैं:-

1. अपने Financial Goal Decide करना

अपने पैसों को manage करने के लिए financial goal अर्थात financial planning decide करना बहुत ही ज़रूरी है। तभी आप अपने पैसों को manage कर पाएंगे। इसके लिए आप Stocks, Mutual Fund, SIP आदि में Short term, Mid Term या Long term में Investment कर सकते हैं।

इससे आपको future secure करने में मदद मिलती है। इससे आप अपने goal को achieve करने के लिए ध्यान केंद्रित करते हैं, जिससे आप फ़िजूल ख़र्च करना छोड़ देते हैं। आपके financial goal आपको कठिन परिस्थितियों में भी सही रास्ते पर ले जायेंगे।

अपने goals को achieve करने के लिए अपनी क्षमता के अनुसार जोख़िम लें और अपने वर्तमान तथा भविष्य की परिस्थितियों के लिए से निपटने के लिए समय-समय पर अपने investment की जाँच-परख करते रहें।

2. Saving Account में पर्याप्त Emergency Fund रखना

आज के समय में हमारे साथ कब क्या हो जाये यह कोई नहीं जानता। इसलिए future को देखते हुए और कल को decide करते हुए हमें अपने savings account में पर्याप्त Emergency fund रखना बहुत ही जरुरी है।

इसे हमें कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इससे हमारा आने वाला कल secure रहता है। यह हमें वर्तमान परिस्थितियों से निपटने के लिए सुरक्षा प्रदान करता है।

इसके लिए हमें अपने saving account में इतना fund रखना चाहिए ताकि 3 से 6 महीने या इससे अधिक समय तक के लिए ख़र्च वहन किया जा सके।

3. Insurance का विकल्प चुनना

अपने और अपने परिवार के लिए Life Insurance जरूर ले यह आपको और आपके परिवार के लिए जीवन से जुड़े जोखिमों को सुरक्षा cover करता है।

यदि आपके ऊपर अपने परिवार के लिए आर्थिक ज़िम्मेदारी है तो आपको Term Insurance जो कि आकस्मिक मौत होने पर आपकी आमदनी की भरपाई करता है और दूसरा Health Insurance Plan, जो अस्पताल का ख़र्च उठाने में आपकी मदद करेगा।

4. Regular रूप से Investment जारी रखना

Extra पड़े पैसों का मूल्य, बढ़ती महँगाई के साथ घटता चला जाता है, जिससे निवेश ही एक ऐसा जरिया है जिसमे समय के साथ ही आपके पैसों का मूल्य बढ़ता है।

इसलिए अपने financial goal के अनुसार निवेश करना चाहिए। हमारे निवेश के तरीक़े, हमारे लक्ष्यों, Risk लेने की क्षमता और अच्छे return पाने की उम्मीद पर आधारित होने चाहिए। हमें अपने portfolio management करना बहुत ज़रूरी होता है।

5. कर्ज़ का इस्तेमाल कम करना

समय की परिस्थितियां भले कितनी ख़राब ही क्यों न हो आपको अपना क़र्ज़ चुकाना ही पड़ेगा। और समय पर EMI न देने पर आपका क्रेडिट score ख़राब हो सकता है, जिससे दोबारा आपको कर्ज़ मिलना मुश्किल हो सकता है।

इसलिए पहले से ही ऐसी कोशिश करें कि – आपको कर्ज़ लेने की नौबत ही न आये। क्योंकि कर्ज में दबने से financial growth रुक जाती है। इसलिए हमेशा एक अच्छा कर्ज़ management बना कर चले, ताकि आपकी growth लगातार जारी रहे।

Important Tips For Money Management In Hindi

  • अपनी income और होने वाले खर्च का बजट तैयार करना।
  • खर्चों को control करना।
  • जरूरी खर्चो की list बनाना।
  • Budget के अनुसार खर्च करना।
  • किन-किन खर्चों को कम करके savings की जा सकती है, इसका ध्यान रखना।
  • अपने कर्ज आदि के लिए अलग से money arrangement budget बनाना।
  • अचानक आने वाले बड़े खर्चों के लिए बचत करना।
  • अपनी बचत को invest (निवेश) करना।
  • खर्चों से ज्यादा बचत करने की आदत डालें।
  • निवेश की आदत डाले, पैसे घर में न रखकर, उन्हें किसी पालिसी, बचत खाते, F.D. आदि में निवेश करें।
  • सबसे पहले जो खर्च जरूरी है, उन्हें करें।
  • अगर आप कोई क़र्ज़ लेते हैं तो वो अपने business के लिए या उस काम के लिए लें, जिसे use करते हुए आप income भी generate करते रहें और साथ ही उस income से loan भी चुकाते रहें।
  • अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए ऋण तभी लें जब आप उसको चुकाने के लिए पूरा management कर लें।
  • होने वाली आय और खर्चों में तालमेल बनाकर रखें, क्योंकि अगर खर्चे ज्यादा होंगे तो आप problem में आ सकते है।
  • यदि income खर्चो से ज्यादा हो रही है तो उस income का use आप saving में करें और बाद में उस saving को सही जगह invest करें।
  • याद रखें छोटी-छोटी बचत से एक बड़ी पूंजी बनती है।

अंतिम राय – (Money Management Hindi)

याद रखें कि – हमारे सभी financial decision एक अनुशासन और सुसंगत पूर्ण होने चाहिए। उम्मीद है कि – आप भी समय के according अपनी investment journey start कर देंगे। साथ ही अपने खर्चे को सीमित रखते हुए बचत करना शुरू कर देंगे और अच्छा portfolio बनायेंगे।

तो उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल – money management क्या है ? और money management कैसे करे ? जरूर पसंद आया होगा। आपको यह आर्टिकल money management in hindi में कैसे लगा ? comment करके अपनी राय जरूर दे।

अगर फिर भी आपको इस आर्टिकल मनी मैनेजमेंट क्या है ? और मनी मैनेजमेंट कैसे करे ? को लेकर किसी भी प्रकार का doubt है तो आप निःसंकोच हमें comment लिख सकते हैं। हम आपके द्वारा पूछे हुए सवालों का जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे।

0 Comments